“सड़क सुरक्षा पर योगी सरकार सख्त, हेलमेट के बिना बाइक सवार को नहीं मिलेगा पेट्रोल”, होगी करवाई

देश दुनिया के ब्रेकिंग न्यूज और बाकी सभी अपडेट के लिए indiamedianews.in का Whatsapp चैनल FOLLOW/JOIN करें – नीचे दिये गये लिंक को आप टैप/क्लिक कर सकते हैं.Follow the India Media News.in channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VbAdNd4EVccGDVUuIi01
लखनऊ। सड़क सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य में 1 सितंबर से “नो हेलमेट-नो फ्यूल” अभियान की शुरुआत होगी, जो पूरे महीने यानी 30 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान कोई भी दोपहिया वाहन चालक पेट्रोल तभी भरवा सकेगा, जब उसने हेलमेट पहना हो। यह निर्णय सरकार द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से लिया गया है।
सीधी निगरानी मुख्यमंत्री योगी करेंगे
इस अभियान का नेतृत्व जिलों में जिलाधिकारी करेंगे और इसकी मॉनिटरिंग सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि यह अभियान किसी को दंडित करने के लिए नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा को आदत बनाने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस अभियान को गंभीरता से लागू करें और यह सुनिश्चित करें कि आम जनता को इसके महत्व के बारे में जागरूक किया जाए।
पेट्रोल पंप संचालकों को दिए गए निर्देश
सरकार ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि बिना हेलमेट वाले किसी भी व्यक्ति को पेट्रोल न दिया जाए। यदि कोई पेट्रोल पंप संचालक इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन, पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर इस अभियान को सफल बनाने के लिए काम करेंगे।
कानूनी प्रावधान
मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 129 के तहत दोपहिया वाहन चलाने वाले और उस पर सवार व्यक्ति के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इस नियम का उल्लंघन करने पर धारा 194(D) के तहत जुर्माना और अन्य दंड का प्रावधान है। बावजूद इसके अक्सर देखा गया है कि लोग इस नियम को हल्के में लेते हैं, जिससे सड़क हादसों में जान-माल का नुकसान होता है।
सड़क हादसों के आंकड़े
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल है, जहाँ सड़क हादसों की संख्या अधिक है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट बताती है कि राज्य में हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। इनमें बड़ी संख्या दोपहिया वाहन चालकों और सवारों की होती है। हेलमेट न पहनने की वजह से इनमें से कई लोगों की जान चली जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय पर हेलमेट पहना जाए, तो गंभीर हादसों में भी मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
सरकार की मंशा
सरकार का कहना है कि हेलमेट पहनना न केवल व्यक्ति की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि यह परिवार और समाज की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा था कि “हेलमेट पहनना सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने का सबसे सस्ता और आसान उपाय है। लोग यदि थोड़ी सी सावधानी बरतें, तो अपनी जान बचा सकते हैं।”
अभियान से जनता में जागरूकता
“नो हेलमेट-नो फ्यूल” अभियान के ज़रिए सरकार का उद्देश्य लोगों को आदत डालना है कि जैसे बिना पैसे पेट्रोल नहीं मिलता, वैसे ही बिना हेलमेट पेट्रोल लेना असंभव हो। प्रशासन का मानना है कि जब लोगों को बार-बार इस नियम का सामना करना पड़ेगा, तो वे धीरे-धीरे इसे जीवनशैली का हिस्सा बना लेंगे।
चुनौतियाँ और उम्मीदें
हालाँकि इस अभियान को लागू करने में चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं। ग्रामीण इलाकों में जहाँ सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर जागरूकता अपेक्षाकृत कम है, वहाँ अभियान को लागू करना आसान नहीं होगा। इसके अलावा कई बार लोग नियमों का विरोध भी करते हैं। लेकिन प्रशासन का मानना है कि सख्ती और निरंतर निगरानी से इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है।
WEBSITE
https://www.indiamedianews.in/
FACEBOOK
https://www.facebook.com/share/1CiFq229dg/
INSTAGRAM
https://www.instagram.com/indiamedianews?igsh=dHd1aXRnYmJpNTN0
X/TWITTER
https://x.com/Indiamedia94?t=DlW6iBYJ6roJTxHCwq_IiA&s=09
YOUTUBE
https://youtube.com/@indiamedianews?si=cmNne84NDlgdIeep