
डिजिटल पेमेंट पर टैक्स और यूपीआई के नए नियम: जानिए क्या बदला
रोज़ाना डिजिटल पेमेंट करना अब आम हो चुका है, लेकिन छोटे-छोटे लेनदेन भी अगर नियमित हों, तो यह साल के अंत में बड़ी रकम बन सकते हैं और इनकम टैक्स विभाग की नजर में आ सकते हैं।
रोज़ाना डिजिटल पेमेंट करना अब आम हो चुका है, लेकिन छोटे-छोटे लेनदेन भी अगर नियमित हों, तो यह साल के अंत में बड़ी रकम बन सकते हैं और इनकम टैक्स विभाग की नजर में आ सकते हैं।
नई दिल्ली। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2 अगस्त 2025 को भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए एक दिन में रिकॉर्ड 70 करोड़ (700 मिलियन) से अधिक लेनदेन किए गए। यह संख्या अमेरिका की कुल आबादी से भी दोगुनी है।