Ballia news :- “‘मैं बेचैनी की दवा हूं’ – नारद राय के बयान से गरमाई फेफना की सियासत”

उत्तरप्रदेश के बलिया जनपद के फेफना विधानसभा सीट पर इस समय सियासी तापमान चरम पर है। यह सीट पहले से ही सपा और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बनी हुई है, लेकिन अब सियासत में नया तड़का तब लगा जब समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में आए पूर्व मंत्री नारद राय का चुटीला बयान सामने आया।
नारद राय ने अपने अंदाज़ में कहा— “मैं बेचैनी की दवा हूं। मैं एलोपैथ नहीं, आयुर्वेदिक दवा हूं। होम्योपैथिक को धीरे-धीरे लीजिए और स्वस्थ रहिए। अगर जल्दी में हैं तो अंग्रेजी दवा लीजिए, नहीं ठीक हुए तो हार्टअटैक और मौत तय है।”
उनका यह कटाक्ष सीधे तौर पर राजनीतिक विरोधियों पर तीर की तरह माना जा रहा है।
नारद राय पूर्व में बलिया सदर से दो बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं। अब वे फेफना सीट से ताल ठोंकने की तैयारी में हैं। इधर, बीजेपी से पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी और सपा से मौजूदा विधायक संग्राम सिंह यादव पहले से ही मोर्चा संभाले हुए हैं। यानी मुकाबला अब त्रिकोणीय होने जा रहा है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि फेफना की जंग अब महज चुनाव नहीं बल्कि प्रतिष्ठा का युद्ध बन गई है। दो-दो पूर्व मंत्री और एक सत्तारूढ़ विधायक के आमने-सामने आने से यह सीट बलिया की सबसे हॉट सीट बन चुकी है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नारद राय का यह “दवा वाला बयान” जनता और विरोधियों पर कितना असर डाल पाता है।