बलिया का“जिला अस्पताल बना लापरवाही का अड्डा – मरीज बेहाल, प्रशासन मौन”

बलिया का जिला अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में अव्यवस्थाओं का आलम दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। जिला मुख्यालय का यह सबसे बड़ा स्वास्थ्य केंद्र बीमारियों से जूझते मरीजों के लिए राहत की जगह परेशानी का केंद्र बन चुका है।
बिजली संकट ने बिगाड़ी स्थिति
सोमवार को जिला अस्पताल में लगातार बिजली कटौती होती रही। उमस और गर्मी के कारण मरीज और परिजन बेहाल रहे। परिजनों ने बताया – “घायल मरीज दर्द से तड़प रहा था, लेकिन बार-बार लाइट जाने से हालात और बिगड़ गए। शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।”
सीएमएस डॉ. एस.के. यादव ने बताया कि केबल खराब होने के कारण दिक्कत हुई थी, मरम्मत कर दी गई है।
एक्स-रे मशीन ठप, सैकड़ों मरीज प्रभावित
सोमवार को एक्स-रे मशीन खराब हो गई। अस्पताल में करीब दो हजार मरीज पहुंचे थे, जिनमें से आठ सौ से अधिक को एक्स-रे लिखा गया था। मशीन बंद होने से कई मरीजों को निजी सेंटरों पर महंगे दामों पर जांच करानी पड़ी, जबकि कई मरीज बिना जांच कराए दवा लेकर घर लौट गए।
सीएमएस के अनुसार, “एक्स-रे का किट जल गया था, इंजीनियर को बुलाया गया है और मशीन मंगलवार तक चालू हो जाएगी।”
ब्लड जांच मशीन भी खराब
इसी दिन ब्लड जांच की मशीन भी खराब हो गई। करीब दो घंटे तक जांच कार्य बंद रहा। बाहर से आए मरीजों की लंबी कतार लग गई और लोग भटकते रहे। बाद में इंजीनियरिंग टीम ने मशीन को दुरुस्त किया, तब जाकर जांच शुरू हो सकी।
ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, एंबुलेंस फंसी
अस्पताल परिसर में वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग और ट्रैफिक जाम मरीजों की परेशानी बढ़ा रही है। सोमवार को हालात ऐसे बने कि मेन गेट से लेकर अंदर तक जाम की स्थिति रही और एंबुलेंस तक घंटों फंसी रही। गंभीर मरीजों को समय पर इलाज मिलने में देर हुई।
सुरक्षा और व्यवस्था सिर्फ 14 गार्डों पर
डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने कुछ दिन पहले अस्पताल परिसर स्थित पुलिस चौकी से पुलिसकर्मियों को हटा दिया था। इसके बाद से सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा केवल 14 प्राइवेट गार्डों पर है। नतीजतन न तो ट्रैफिक कंट्रोल हो पा रहा है और न ही सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है।
मरीजों की गुहार
मरीजों और उनके परिजनों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि –
बिजली आपूर्ति और बैकअप सिस्टम दुरुस्त किया जाए
सभी मशीनों की नियमित सर्विसिंग हो, ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था सुधारी जाए, सुरक्षा के लिए पुनः पुलिस बल की तैनाती की जाए